लॉटरी प्रक्रिया और परिणाम
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने 8‑10 सितंबर 2025 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अनंत नगर आवास योजना (मोहन रोड) के लिए तीन‑दिन की लॉटरी आयोजित की। ऑनलाइन पंजीकरण 11 जुलाई से 10 अगस्त 2025 तक खुला था, और कुल 8 568 व्यक्तियों ने 332 उपलब्ध प्लॉट्स के लिए आवेदन किया। प्रत्येक इच्छुक ने अपना नामांकन क्रमांक प्राप्त किया और लॉटरी के दौरान स्वयं स्लिप खींच कर अपनी पारदर्शिता सुनिश्चित की। पूरी प्रक्रिया के दौरान एलडीए ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइवस्ट्रीम भी किया, जिससे कोई भी दुविधा या पक्षपात के आरोपों को रोका जा सका।
पहले दिन 8 सितंबर को 450 वर्ग मीटर और 162 वर्ग मीटर के 56 प्लॉट्स आवंटित हुए। अगले दिन 9 सितंबर को 200 वर्ग मीटर तथा 288 वर्ग मीटर के 155 प्लॉट्स वितरित किए गए। अंतिम दिन 10 सितंबर को 112.5 वर्ग मीटर के 121 प्लॉट्स को 4 800 आवेदकों में बांटा गया। इस प्रकार तीन दिनों में सभी 332 प्लॉट्स के मालिक तय हुए।

परियोजना का आकार और भविष्य की योजना
अनंत नगर योजना 785 एकड़ में फैली हुई है और लगभग 1.5 लाख लोगों के रहने का प्रबंध करती है। कुल 2 100 आवासीय प्लॉट्स के साथ 120 वाणिज्यिक प्लॉट्स और 60 समूह आवासीय क्षेत्रों में 10 000 से अधिक फ्लैट्स का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत 5 000 ईडब्ल्यूएस/एलआईजी युक्तियों में 25 000 से अधिक लोगों को रहने की सुविधा मिलेगी।
परियोजना में आधुनिक ग्रिड पैटर्न अपनाया गया है—भूमिगत केबलिंग, चौड़े सड़कें, और समकालीन नागरिक सुविधाएँ। पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखकर लगभग 130 एकड़ जमीन को पार्क और हरित इलाके के रूप में आरक्षित किया गया है। एक नयी पहल के रूप में ‘एडुटेक सिटी’ की योजना भी तैयार है, जहाँ छात्रों, शिक्षकों और फ़ैकल्टी के लिए हॉस्टल व आवासीय सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
- 112.5 वर्ग मीटर के 121 प्लॉट्स
- 162 वर्ग मीटर के 37 प्लॉट्स
- 200 वर्ग मीटर के 50 प्लॉट्स
- 288 वर्ग मीटर के 105 प्लॉट्स
- 450 वर्ग मीटर के 19 प्लॉट्स
पहले चरण में 334 प्लॉट्स की सफल allotment के बाद इस बार भी काफी उत्साह देखा गया। एलडीए के उपाध्यक्ष पृथमेश कुमार ने कहा कि यह योजना न केवल आवासीय जरूरतों को पूरा करेगी, बल्कि लखनऊ की शहरी संरचना को भी नया रूप देगी। डिप्टी सचिव मधवेश कुमार ने लॉटरी के समन्वय तथा आवेदकों को समय‑समय पर सूचित करने में अहम भूमिका निभाई।
पूरा लॉटरी प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्ड की गई और स्लिपें स्वयं आवेदकों द्वारा निकाली गईं, जिससे चयन की निष्पक्षता पर कोई सवाल नहीं उठ सके। इस कदम ने न केवल सरकारी योजनाओं में विश्वास को बढ़ाया, बल्कि भविष्य में समान प्रकार की योजनाओं के लिए एक मानक स्थापित किया।
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